विश्व पर्यटन दिवस: रोहतास एक गौरव स्थली

रोहतास एक जिले का नहीं, एक इतिहास का नाम है, जो बिहार में आर्यों के प्रसार के साथ बढ़ा।  सतयुगी सूर्यवंसी राजा सत्यहरिश्चंद्र के पुत्र रोहिताश्व द्वारा स्थापित रोहतासगढ़ के नाम पर इस क्षेत्र का नामकरण रोहतास हुआ। 1582 ई. यानि मुग़ल बादशाह अकबर के समय रोहतास, सासाराम, चैनपुर सहित सोन के दक्षिण-पूर्वी भाग के परगनों- जपला, बेलौंजा, सिरिस और कुटुंबा शामिल थे। 1784 ई. में तीन परगनों- रोहतास, सासाराम और चैनपुर को मिलाकर रोहतास जिला बना और फिर 1787 ई. में यह जिला शाहाबाद जिले का अंग हो गया। 10 नवम्बर 1972 को शाहाबाद से अलग होकर रोहतास जिला पुनः अस्तित्व में आ गया। अंग्रेजों के जमाने में यह क्षेत्र पुरातात्विक महत्व का रहा। 1861 ई. में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की स्थापना के  साथ अलेक्जेंडर कनिंघम पुरातात्विक सर्वेयर नियुक्त हुए। उन्होंने गया जिले से लेकर पश्चिम में सिंध तक के पुरास्थलों  का सर्वे किया इस क्रम में रोहतास भी अछूता न था बाद में 1871 ई. में कनिंघम को भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण का महानिदेशक नियुक्त किया गया तो उसी समय 1882 ई. में सासाराम स्थित शेरशाह रौजे का जीर्णोद्वार हुआ।

रोहतास में रोहतास के किले, मकबरे, मंदिर, और मस्जिदों के अतिरिक्त यहाँ के प्रपात,बराज एवम बांध आदि पर्यटकों को आकर्षित करने के भरपूर संभावना रखते है।

रोहतास के कुछ विश्व पटल के पर्यटन स्थले:-

1.  रोहतासगढ़ किला: https://rohtasdistrict.com/rohtasgarh-fort/

ROHTASGARH FORT

 

2. शेरशाह का मकबराhttps://rohtasdistrict.com/sher-shah-suri-tomb/

shershah SURI TOMB

 

3. हसनशाह सूरी का मकबरा: https://rohtasdistrict.com/hasan-shah-suri-tomb/

Hasanshah suri Tomb

 

4. भलुनी धाम: https://rohtasdistrict.com/bhaluni-dham/

Bhaluni Dham

 

5. देव मार्कंडेय: https://rohtasdistrict.com/dev-markandeya/

"Deo markandey sketch as drawn by Garrick in 1881.)

 

6. शेरगढ़ किला: https://rohtasdistrict.com/sher-garh-fort/

SHERGARH FORT

 

7. कैमूर पहाड़ी: https://rohtasdistrict.com/kaimur-hills/

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